26 अगस्त, 2009

चीनी के मूल्य में अंतर से कालाबाजारियों की चांदी

कानपुर में राशन की दुकान व खुले बाजार में चीनी के मूल्यों में जबरदस्त अंतर के चलते कालाबाजारियों की चांदी है। जहां राशन की दुकान में इस समय 13.50 रुपये किलो चीनी है, वहीं खुले बाजार में चीनी 33 रुपये किलो बिक रही है। लोकसभा चुनाव से पहले राशन की दुकानों में कालाबाजारी रोकने को छापे मारे जाते थे, लेकिन इसके बाद से छापे की कार्रवाई बंद है।

खुले बाजार में चीनी के मूल्य लगातार बढ़ रहे हैं। मंगलवार को थोक बाजार की कीमतें 50 रुपये प्रति कुंतल बढ़ गयीं। इसका असर खुले बाजार पर पड़ रहा है। मंगलवार को खुले बाजार में चीनी की कीमत 33 रुपये प्रति किलो थी। अभी कुछ दिन पहले 34 रुपये किलो तक बाजार में चीनी बिक चुकी है। प्रति किलो 20 रुपये का अंतर होने से कालाबाजारी जमकर चांदी काट रहे हैं।

राशन वाली चीनी सिर्फ गरीबी रेखा से नीचे व अंत्योदय राशन कार्डधारकों को ही दी जाती है। जिले में प्रतिमाह 5,12,000 किलो चीनी वितरण के लिए आती है। इसमें भी प्रति यूनिट 700 ग्राम चीनी दी जाती है। बीपीएल व अंत्योदय राशन कार्डधारकों को समय से चीनी मिल जाये, इसके लिए शासन ने सरकारी विभागों के अफसरों की ड्यूटी दुकानों पर लगायी है। लेकिन ये अधिकारी दुकानों पर नहीं पहुंचते जिसका फायदा उठा कोटेदार राशन कार्डधारकों को चीनी नहीं देते हैं। कई कोटेदार तो तीन-तीन माह तक लोगों को यह कहकर लौटाते रहते हैं कि चीनी आने पर मिलेगी।

राशन दुकानदारों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले खुले बाजार में चीनी बिकने से रोकने को छापे मारे जाते थे, लेकिन उसके बाद से छापा नहीं मारा जा रहा है। इस संबंध में जिलापूर्ति अधिकारी ब्रजेंद्र यादव ने बताया कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आयी है, लेकिन फिर भी जांच कराई जायेगी।

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