इस वक्त फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में रखे इस कम्प्यूटर का नाम पहला अक्षर लैटिन शब्द 'मेक अन्यू', 'चेंज', 'आल्टर' और दूसरे अक्षर 'जी', 'जेनेसिस' से लिया गया है। इस सुपर कम्प्यूटर का रीकनफिगरेशन संभव है। इसका मतलब है कि यह काम के मुताबिक खुद को ढालने के लिए अपनी आंतरिक सर्किट प्रणाली को पुनर्व्यवस्थित कर सकता है।
साइंस डेली की रिपोर्ट के मुताबिक अपनी इस खासियत की वजह से यह सुपर कम्प्यूटर अन्य परंपरागत एवं विशेष कार्य में इस्तेमाल होने वाले कम्प्यूटरों से 10 से 100 गुणा तेजी से काम कर सकता है। अन्य कम्प्यूटरों की तुलना में यह पांच से दस गुणा कम ऊर्जा खर्च करता है।