पश्चिम बंगाल में रेल मार्ग के बीच में फंसे दो नन्हे हाथियों को बचाने की कोशिश में पांच और हाथियों ने अपनी जान गंवा दी।
हाथियों ने जब दो छोटे हाथियों को रेल मार्ग पर फंसा देखा तो वे उनकी मदद के लिए पहुंचे लेकिन तभी वहां पहुंची मालगाड़ी ने सात हाथियों को रौंद दिया।
वन अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि दुर्घटना के बाद हाथियों का एक और झुंड रेल मार्ग के नजदीक पहुंच गया और वहां मृत पड़े हाथियों की निगरानी करने लगा। जलपाईगुड़ी जिले में बिनागुड़ी के नजदीक बुधवार रात यह दुर्घटना हुई।
जलपाईगुड़ी के प्रखंड वन अधिकारी सुनिता घटक ने बताया, "बुधवार रात पांच हाथियों की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि जख्मी हुए दो हाथी बाद में गुरुवार सुबह मर गए। सात मृत हाथियों में से तीन हाथी के बच्चे थे और तीन मादा हाथी थी।"
उन्होंने बताया कि हाथियों का यह झुंड मोराघाट वन से रेल मार्ग के दूसरी ओर स्थित दिएना वन जा रहा था, तभी दो छोटे हाथी रेल मार्ग पर फंसे रह गए।
उन्होंने बताया, "जब अन्य हाथी उन्हें निकालने के लिए वहां पहुंचे तो वहां से गुजर रही एक मालगाड़ी उसी समय वहां पहुंची और दुर्घटना हो गई। पांच हाथियों की वहीं मौत हो गई और तीन घायल हो गए।" घायल हाथियों में से दो गुरुवार सुबह मर गए।
घटक ने बताया, "घायल हाथियों के चिंघाड़ने की आवाज सुनने पर प्रखंड वन अधिकारी कल्याण दास अन्य वन अधिकारियों के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुंचे।"
उन्होंने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी को असम से जोड़ने वाले रेल मार्ग पर गुरुवार तक रेल यातायात बाधित रहा क्योंकि हाथियों का एक और झुंड मृत और जख्मी हाथियों की निगरानी कर रहा था।