सरकारी बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों की हड़ताल का आज दूसरा दिन है. आज आपकी दिक्कत थोड़ी और बढ़ सकती है, क्योंकि अब सरकारी बैंकों के एटीएम में कैश की किल्लत होने के भी आसार हैं. वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी की मांग को लेकर शुरू हुई इस हड़ताल के चक्कर में करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन अटका पड़ा है.
एटीएम में खत्म हो रहा है कैश
आज यानी शुक्रवार को भी बैंक जाने का कोई फ़ायदा नहीं होने वाला, क्योंकि देश के सभी 36 सरकारी बैंकों की करीब 60 हज़ार शाखाओं में हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहने वाली है. जिन लोगों ने बैंकों के एटीएम से कैश निकालकर अपने ज़रूरी काम निपटाने का प्लान बना रखा है, उन्हें भी परेशानी उठानी पड़ सकती है, क्योंकि एटीएम में कैश खत्म होने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है.
चेक भी नहीं हो रहे हैं क्लीयर
दिक्कत उन्हें भी उठानी पड़ सकती है, जिनका खाता तो निजी बैंकों में है, लेकिन उन्होंने किसी सरकारी बैंक का चेक अपने खाते में जमा कर रखा है. जब तक सरकारी बैंकों की हड़ताल खत्म नहीं होगी, तब तक उनके चेक क्लीयर नहीं होंगे.
वेतन वृद्धि की मांग
बैकों के अधिकारियों और कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें केंद्र सरकार के कर्मचारियों के मुकाबले कम वेतन मिलता है. सरकार ने लगातार उनकी मांगें अनसुनी की है, जिसके बाद वो हड़ताल को मजबूर हैं. वैसे बैंकों की हड़ताल का आज आखिरी दिन है, लेकिन शनिवार को काम शुरू भी होगा, तो उस दिन ज़्यादातर बैंकों में हाफ डे होगा और फिर रविवार की छुट्टी. यानी बैंकों से लेन-देन का काम सोमवार से पहले सामान्य होने की उम्मीद कम ही है.