29 अगस्त, 2009

जसवंतसिंह को मेनका गाँधी ने सराहा


भाजपा सांसद मेनका गाँधी ने जिन्ना पर विवादास्पद पुस्तक लिखने के बाद पार्टी से निष्कासित सांसद जसवंतसिंह को बेहद शरीफ और ईमानदार व्यक्ति बताते हुए उनकी पुस्तक पर कोई टिप्पणी करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि पुस्तक को ठीक से पढ़े बिना उस पर टिप्पणी करना तर्कसंगत नहीं है।
अपने संसदीय क्षेत्र आंवला के बुधियहि गाँव में एक जनसभा को संबोधित करने के बाद संवाददाताओं से मेनका ने कहा कि 'जसवंत सिंह की जिन्ना पर लिखी पुस्तक में खासी जटिलताएँ हैं और उस पर पूरी तरह मंथन किए बिना प्रतिक्रिया व्यक्त करना तर्कसंगत नहीं है।’
जसवंतसिंह के विरुद्ध पार्टी आलाकमान की कार्रवाई से असहमत दिखीं मेनका ने पार्टी के निर्णय पर तो कुछ नहीं कहा, मगर जसवंतसिंह की जमकर तारीफ की और कहा कि जसवंतसिंह बेहद शरीफ और ईमानदार व्यक्ति हैं। उन्होंने पार्टी मे मचे घमासान पर चिंता जताते हुए कहा कि पार्टी के छोटे बड़े नेता बयानबाजी कर पार्टी के अनुशासन को तार-तार कर रहे हैं।
मेनका ने पार्टी में युवकों की भागीदारी बढ़ाए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आज का युवा अपनी जिम्मेदारी को निभाने में सक्षम है और उस पर अधिक से अधिक भरोसा किया जाना चाहिए।

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