चीन को लेकर बनी चिंता से निवेशकों के उबरते ही एशियाई व यूरोपीय बाजारों में तेजी आई। इसने घरेलू निवेशकों का भी मनोबल बढ़ाया। शंघाई कंपोजिट में गुरुवार को 4.52 फीसदी का उछाल आया। यह बीते कई दिनों से गिरावट का शिकार बना हुआ था। देश में पड़े सूखे ने सेंसेक्स के लिए स्पीड ब्रेकर का काम किया। इसलिए यह ज्यादा बढ़त नहीं बना पाया। बारिश में कमी की चिंता से यह सूचकांक इस माह 5.5 फीसदी सूख चुका है। निवेशकों को आशंका है कि सूखे के चलते ग्रामीण मांग में खासी कमी आएगी। इससे अर्थव्यवस्था की विकास दर पर असर पड़ेगा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बढ़त लेकर 14930.05 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह लिवाली के जोर से सत्र के ऊंचे स्तर 15145 अंक तक पहुंचा, वहीं नीचे में यह 14928.18 अंक तक गया। इस दिन सभी सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। लिवाली समर्थन का सबसे ज्यादा फायदा आटो कंपनियों के शेयरों को मिला। इसके अलावा बैंकिंग, पावर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी व रीयल एस्टेट से जुड़े सूचकांकों में भी तेजी दर्ज हुई। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में अकेला भारती एयरटेल का शेयर ही गिरावट पर रहा, बाकी 29 में फायदा दर्ज हुआ। इस दिन बीएसई में कुल कारोबार का आकार घटकर 4863.43 करोड़ रुपये हो गया।