जार्जिया इंस्टीटयूट आफ टेक्नालॉजी के अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इंजेक्शन के डर से हाथ पैर चलाने वालों और आंखें भींच लेने वालों के लिए यह एक शानदार अविष्कार है। इसमें डाक टिकट के आकार के इंजेक्शन में ढेरों सूक्ष्म सुइयां होती हैं, जो बिना दर्द के दवा को कारगर ढंग से मरीज के शरीर में पहुंचा देती हैं।
शोध दल का नेतृत्व करने वाले डाक्टर मार्क प्रौसनिट्ज ने कहा कि हम चाहते थे कि इंजेक्शन की सुई से डरने वालों के लिए एक ऐसा इंजेक्शन बनाया जाए जो बिना दर्द के अपना काम करे।
उन्होंने बताया कि यह बिना दर्द का डाकटिकट के आकार का सपाट इंजेक्शन मरीज अपने आप ही लगा सकते हैं। इसमें कुछ सौ माइक्रॉन लंबी सूक्ष्म सुइयां लगी होंगी, जिनमें दवा लगी होगी जो त्वचा के भीतर दवा पहुंचाने में सक्षम होंगी, लेकिन इतनी गहराई तक नहीं जा पाएंगी कि तंत्रिका तंत्र तक पहुंचकर दर्द का एहसास करा पाएं। शोधकर्ताओं के अनुसार यह पैच आंखों की उन बीमारियों के इलाज में खास तौर से सहायक होगा, जिनमें आंखों के भीतर इंजेक्शन लगाने की जरूरत होती है।
अमेरिकी केमिकल सोसायटी कांफ्रेंस में वैज्ञानिकों ने कहा कि यह बिना दर्द का इंजेक्शन प्रचलन में आने के बाद सुई के इस्तेमाल को अतीत की चीज बना देगा। चूहों पर इसके सफल परीक्षण के बाद अब अगले वर्ष इनसानों पर इसका परीक्षण किया जाएगा।