03 सितंबर, 2012

दूल्हा, दुल्हन और दलाल...शादी के गोरखधंधे का जाल!

राजस्थान के बाड़मेर में एक अजीब मामला पुलिस का सिरदर्द बना हुआ है। थाने के बाहर एक बारात पिछले 7 दिनों से ठहरी हुई है। दूल्हा अपने शादी के लिबास में सिर पर पगड़ी डाले पिछले सात दिनों से अपनी दुल्हन के इंतजार में पुलिस थाने के बाहर डटा हुआ है। असल में जब दूल्हा बारातियों के साथ गाजे-बाजे के साथ दुल्हन के घर पहुंचा तो देखा कि घर से लड़कीवाले गायब हैं और घर पर ताला लटका हुआ है। तब से दूल्हा अपनी
दरअसल में दूल्हा जोधपुर से बारात लेकर बाड़मेर पहुंचा तो घर पर न तो दुल्हन मिली और न ही दुल्हन के घरवाले। दूल्हे और बारातियों का वापस घर लौटना इनके गांव में तौहीन समझा जाता है। इसलिए एक हफ्ते से बारात के साथ दूल्हा थाने के सामने बैठा हुआ है। दूल्हा का कहना है कि लड़की वाले गरीब थे, लड़की के परिजनों के गरीब होने की बात कहकर बिचौलियों ने लड़के के परिजनों से लड़की के परिवार वालों को तीन लाख साठ हजार रुपए देने की शर्त भी रखी थी। इसलिए लड़केवालों ने 3 लाख 60 हजार रुपए भी लड़की वालों को दिए थे। लेकिन अब लड़की के परिवारवाले पैसे सहित गायब हैं। पुलिस ने लड़कीवालों के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज कर लिया है। कई जगहों पर लड़की के घरवालों की तलाश भी जारी है। लेकिन अभी तक कामयाबी हासिल नहीं हुई है।

दुल्हन के भागने के मामले को अगर सही तरीके से देखा जाए तो एक नेटवर्क उभरकर सामने आता है। ये दलालों का वो नेटवर्क है जो खासकर राजस्थान में जड़ जमाए बैठा हैं। राजस्थान में लड़कों के मुकाबले लड़कियों की तादाद बाकी राज्यों की तुलना में काफी कम है। इसलिए यहां दलाल आसानी से शादी के लिए लड़कों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। दलालों की
नजर सबसे पहले उन लोगों को तलाशती है, जिन्हें शादी की दरकार होती है। वैसे लोग जिन्हें शादी के लिए दुल्हन नहीं मिलती।

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