असम में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ से करीब नौ
लाख लोगों को अपना घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा है।
बाढ़ से संबंधित घटनाओं में अब तक 27 लोगों के मरने की खबर है। इनमें से पांच की मौत उनकी नाव नदी में डूब जाने के कारण हुई।
असम के कृषि मंत्री निलामोनी सेन डेका ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया," बाढ़ के कारण करीब नौ लाख लोग अपने घरों के बेघर हो गए हैं। इनमें से अधिकतर ने ऊँची जगहों और टेंटों में शरण ली है।"
डेका ने बताया है कि 1998 के बाद से यह सबसे बुरी बाढ़ है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार 27 में से 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। असम में पिछले एक पखवाडे़ से लगातार मानसून की भारी बारिश हो रही है ।
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिश्वा सर्मा ने बताया कि ब्रह्मपुत्र सहित सभी प्रमुख नदियों का स्तर काफी अधिक है और कई जगह पर इनकी अपनी हदें पार करने की भी खबर है।
खबरों के अनुसार पड़ोस बांगलादेश में भारी बारिश और कई जगह भू-स्खलन के कारण 100 से भी अधिक लोगों के मारे गए हैं।
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बाढ़ से संबंधित घटनाओं में अब तक 27 लोगों के मरने की खबर है। इनमें से पांच की मौत उनकी नाव नदी में डूब जाने के कारण हुई।
असम के कृषि मंत्री निलामोनी सेन डेका ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया," बाढ़ के कारण करीब नौ लाख लोग अपने घरों के बेघर हो गए हैं। इनमें से अधिकतर ने ऊँची जगहों और टेंटों में शरण ली है।"
डेका ने बताया है कि 1998 के बाद से यह सबसे बुरी बाढ़ है।
प्राप्त समाचारों के अनुसार 27 में से 21 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। असम में पिछले एक पखवाडे़ से लगातार मानसून की भारी बारिश हो रही है ।
असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिश्वा सर्मा ने बताया कि ब्रह्मपुत्र सहित सभी प्रमुख नदियों का स्तर काफी अधिक है और कई जगह पर इनकी अपनी हदें पार करने की भी खबर है।
खबरों के अनुसार पड़ोस बांगलादेश में भारी बारिश और कई जगह भू-स्खलन के कारण 100 से भी अधिक लोगों के मारे गए हैं।