यहां गुरुवार को एक कार्यक्रम में भाग लेने आए आजाद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इनफ्लूएंजा एच1एन1 में स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू और ह्यूंमन फ्लू तीनों तरह के वायरसों के अंश है। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू का संक्रमण दुनिया के 175 देशों में है, जो चिंता का विषय है। लेकिन खुशकिस्मती से हमारे देश में उस स्तर तक नहीं फैली है। बावजूद इसके स्वास्थ्य मंत्रालय ने तमाम इंतजाम कर रखे हैं। एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की जा रही है। स्वाइन फ्लू के टेस्ट के लिए लैब स्थापित की जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब तक एच1एन1 वायरस के जो टेस्ट लेबोरेट्री कम होने की वजह से जल्द नहीं हो पा रहे थे वह अब होने लगे हैं। हर राज्य में बीमारी को लेकर आइसोलेशन वार्ड स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी इंतजामों के बावजूद सबसे महत्वपूर्ण चीज जो वह चाहते हैं कि लोग सहयोग करें। जिनमें सामान्य फ्लू या स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं वह तुरंत डाक्टर से चेकअप कराएं। चूंकि यह छूत की बीमारी है, लिहाजा खुद ही एहतियात बरतें और संक्रमित लोगों के संपर्क में न आएं।