18 जनवरी, 2010

बचपन के शौक ने बना दिया फूलों का रसिया


रूप कुमार
बचपन के शौक ने नवगछिया बाजार के व्यवसाई पवन सर्राफ को फूलों का रसिया बना दिया है। आठ साल की उम्र में शुरू हुआ उनका पुष्प प्रेम पचास वर्ष बाद भी बरकरार है। अब तो वे लोगों के लिए प्रेरणास्रोत ही बन गए हैं। आलम यह है कि हरिकुंज मोहल्ला स्थित उनके आवास की छत पर लगी फूलों की बगिया देखने दूरदराज से लोग आते हैं। श्री सर्राफ की प्रेरणा से बाजार के करीब दो दर्जन लोगों ने भी अपनी छतों पर फूलों की बगिया सजाई है। आठ हजार स्क्वायर फीट में फैली श्री सर्राफ की बगिया में देश-विदेश के उम्दा फूलों की करीब सात सौ किस्म के पौधे गमलों में लगे हुए हैं। उनकी इच्छा है कि समाज के लोगों का भी फूलों से जुड़ाव हो। इस कारण वे अपने संपर्क में आने वाले सभी लोगों को फूलों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें पौधे व बीज भी बिना पैसे के उपलब्ध कराते हैं। जिला स्तर पर हर साल होने वाली पुष्प प्रतियोगिता का खिताब जीतने वाले श्री सर्राफ मूलत: गल्ले के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। उनके घर की पहली व दूसरी मंजिल पर फूलों व फलों की यह अनूठी बगिया है। इसकी देखभाल वे अपनी पत्‍‌नी आशा सर्राफ के साथ मिलकर करते हैं। गुलाबी ठंड व चांदनी रोशनी में रंग-बिरंगे फूलों को देखकर सहसा लोगों को यकीन नहीं होता है कि नवगछिया जैसे पिछड़े इलाके में भी फूलों की ऐसी बगिया है। श्री सर्राफ को वर्ष 77 में दिल्ली में आयोजित एग्रो एक्सपो फेयर में भी पुरस्कार मिल चुका है। फूलों के साथ-साथ बगिया में फोलियेज प्लांट व फ्रुट प्लांट भी लगे हुए हैं। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अलावा जिले के कई आईपीएस व आईएएस भी इसका दीदार कर इनके पुष्प प्रेम की तारीफ कर चुके हैं।

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