02 अगस्त, 2009

बिहार के लखनदेही नदी का पानी नए क्षेत्रों में फैला

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में डुमरी गाँव के समीप दो दिन पूर्व लखनदेही नदी के पूर्वी तटबंध के टूटने के बाद से बाढ़ का पानी लगातार नए इलाकों में प्रवेश करता जा रहा है और इससे जिले के 200 गाँवों की करीब ढाई लाख की आबादी प्रभावित हो गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तटबंध के टूटने के बाद से पानी के तेज बहाव के कारण लगतार इसकी चौड़ाई बढ़ती जा रही है और पानी नए-नए इलाकों में प्रवेश करता जा रहा है।
जिले के औराई. मीणापुर और कटरा प्रखंड बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है और इन प्रखंडों के 200 गाँवों से अधिक गाँवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है, जिससे हजारों परिवार बाँध समेत अन्य ऊँचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हो गए है।
सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फँसे लोगों को निकालने के लिए राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। लोगों को निकालने के लिए कई नावों को लगाया गया है। वहीं शहरी क्षेत्र में बूढ़ी गंडक का जलस्तर लाल निशान की ओर बढ़ रहा है।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की टीम बाढ़ग्रस्त क्षेत्रो में बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
वहीं आयुक्त एसएम राजू ने बताया कि नरकटियागंज-सीतामढी रेलखंड के सिकटा स्टेशन के निकट रेल पटरियों पर ओरिया नदी का पानी आ जाने से शनिवार शाम से रेल परिचालन बंद है।
इसके अलावा राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 104 पर शिवहर जिले के धनकौल में चार फीट तक तेज से पानी का बहाव जारी है, जिससे यातायात अवरूद्ध हो गया है।
तटबंध टूटने की जाँच होगी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सीतामढ़ी में बागमती नदी के तटबंध टूटने की जाँच होगी तथा इसमें दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा।
कुमार ने बाद में कहा कि तटबंध टूट के मामले की जाँच का जिम्मा तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त एसएम राजू तथा पुलिस उप महानिरीक्षक भृगू श्रीनिवासन को सौंपी गई है।

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